मंगलवार, 27 फ़रवरी 2018

2019 में जाने के लिए कांग्रेस ढूंढ रही है राफेल में भ्रष्टाचार

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

मोदी की जनकल्याणकारी छवि विपक्षियों को रास नहीं आ रही यही कारण है कि समूचा विपक्ष और खास तौर से कांग्रेस मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों को मुखर होकर प्राथमिकता दे रही है. कांग्रेस यह जानती है यूपीए के 10 साल में हुए भ्रष्टाचारों ने कांग्रेस को रसातल में पहुंचाने का काम किया. यही कारण है कि कांग्रेस की प्राथमिकता में मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप मढ़ना प्रमुख हैं. वर्तमान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हर मंच से मोदी सरकार पर राफेल खरीद में भ्रष्टाचार और नीरव मोदी के पंजाब नेशनल बेंक घोटाले को मोदी से जोड़कर उन पर हमला करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते. क्योंकि वह जानते हैं कि देश की जनता सब कुछ सह लेती है किंतु भ्रष्टाचार के मामलों में वह किसी को नहीं बख्शती, जिसका उदाहरण 2014 में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा.

बुधवार, 21 फ़रवरी 2018

केवल केजरीवाल ही नहीं उनके विधायक भी अराजकतावादी है.

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया 
‘हाँ मैं  अराजकतावादी हूं’ कहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी बात पर हमेशा अडिग रहते हैं. वह वाकई अराजकतावादी हैं. यदि अराजकतावादी ना होते तो दिल्ली की सूरत बदलते देर नहीं लगती. जिस दिल्ली की जनता ने उन्हें 70 में से 67 सीटें देकर छप्पर फाड़ समर्थन दिया उसी दिल्ली की जनता आज भौंचक होकर केजरीवाल के तमाशे देख रही है. दिल्ली की जनता ने परिवर्तन इसलिए किया था कि टीम केजरीवाल के नए युवा लोग, ईमानदार और विकास की बात करने वाले अधिकांश साधारण परिवारों से आने वाले विधायक उनकी आकांक्षाओं, अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे, दिल्ली की जनता के दुख दर्द को कम करेंगे लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ बल्कि आज दिल्ली की जनता परेशानियों से जूझ रही है. बिजली पानी सड़कों और दूषित पर्यावरण में सुधार करने का वादा करने वाले लोग आज दिल्ली की जनता की छाती पर मूंग दलने का काम

गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

वह दिन कब आएगा जब भारत पाक पर हमला करेगा

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

यूं तो भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कोई नई बात नहीं है. दशकों से यह सिलसिला बिना रुके जारी है किंतु जब से देश में मोदी सरकार सत्ता में है तब से पाकिस्तान ज्यादा बौखला गया है. मोदी एक ऐसे नेता हैं जो सह अस्तित्व में विश्वास के साथ-साथ देश के गौरव और सम्मान पर चोट बर्दाश्त नहीं करते. उनके सह अस्तित्व में विश्वास का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि उन्होंने अपने सत्तारोहण के साथ ही तत्कालीन पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को न केवल अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया बल्कि वे नवाज की बेटी की शादी में अपने विदेश दौरे से लौटते समय सारे प्रोटोकॉल तोड़कर पाकिस्तान गए. ये दो ऐसे उदाहरण है जिन्हें लेकर देश का विपक्ष मोदी पर फब्तियां कसता रहता है.