डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया
2019 के चुनावों को अब लगभग 10 महीने शेष हैं. मोदी विरोधियों में सत्ता पाने की इतनी बेसब्री है जो आज से पहले कभी नहीं देखी गई होगी. देशभर में कांग्रेस समेत सारे विपक्षी दल एनकेन प्रकारेण लगातार मोदी विरोध में नए-नए शगूफे छोड़ रहे हैं. 4 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद इन्हें लगने लगा है कि मोदी का मुकाबला करने के लिए जनता को भ्रमित किया जाना आवश्यक है. यही कारण है कि ये लगातार दलितों पर अत्याचार, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, अल्पसंख्यकों में भय, अघोषित आपातकाल, कालाधन, देशभर में किसानों के साथ नाइंसाफी जैसे भ्रमित करने वाले मुद्दों पर फोकस कर रहे हैं. यही नहीं कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों का हर नेता चीख चीख कर अपने विरोधी एजेंडे को प्रस्तुत कर रहा है. सूत्र एक ही है आक्रामक होकर झूठ बोलो जिससे जनता में यह संदेश जाए कि मोदी ने अपने 4 साल के शासन काल में देश को बर्बाद कर दिया.
2019 के चुनावों को अब लगभग 10 महीने शेष हैं. मोदी विरोधियों में सत्ता पाने की इतनी बेसब्री है जो आज से पहले कभी नहीं देखी गई होगी. देशभर में कांग्रेस समेत सारे विपक्षी दल एनकेन प्रकारेण लगातार मोदी विरोध में नए-नए शगूफे छोड़ रहे हैं. 4 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद इन्हें लगने लगा है कि मोदी का मुकाबला करने के लिए जनता को भ्रमित किया जाना आवश्यक है. यही कारण है कि ये लगातार दलितों पर अत्याचार, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, अल्पसंख्यकों में भय, अघोषित आपातकाल, कालाधन, देशभर में किसानों के साथ नाइंसाफी जैसे भ्रमित करने वाले मुद्दों पर फोकस कर रहे हैं. यही नहीं कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों का हर नेता चीख चीख कर अपने विरोधी एजेंडे को प्रस्तुत कर रहा है. सूत्र एक ही है आक्रामक होकर झूठ बोलो जिससे जनता में यह संदेश जाए कि मोदी ने अपने 4 साल के शासन काल में देश को बर्बाद कर दिया.
वस्तुतः यदि
गहराई से विचार किया जाए तो स्पष्ट होता है कि आज देश में यूपीए के 10 वर्षीय शासन काल की
तुलना में काफी कुछ सकारात्मक बदलाव हुए हैं. आतंकवाद पर कुठाराघात करने में मोदी
ने सफलता पाई है. जहां एक ओर मोदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व
समुदाय से अलग करने का काम किया तो वहीं दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में आतंकियों को
ऑपरेशन ऑल आउट के तहत जहन्नुम भेजने में सफलता पाई. यही नहीं मोदी शासनकाल में हुई
पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक ने पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया. जहां एक और
यूपीए के शासनकाल में जम्मू-कश्मीर सहित देशभर में जनता आतंकी हमलों से पीड़ित रही
वहीँ मोदी शासनकाल में जम्मू कश्मीर को छोड़कर देश के किसी भी स्थान पर आतंकी दहशत
नहीं फैला सके. इससे बड़ी सफलता और क्या हो सकती है कि आज देश की जनता आतंक के भय
से प्रायः मुक्त है जबकि पहले देश के बड़े शहरों में दहशत का माहौल पसरा रहता था.
विगत 4 सालों में देश का
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो सम्मान बढ़ा है वह किसी से छिपा नहीं है. आज विश्व का हर
राष्ट्र भारत को सम्मान दे रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की साख में जो इजाफा
हुआ है वह पिछले 70 सालों में कभी नहीं हुआ. राष्ट्रीय स्तर पर मोदी ने जो काम किए
हैं वे ऐसे हैं जिन्होंने देश की जनता में सरकार के प्रति विश्वास पैदा किया है और
यही कारण है कि विपक्ष डरा हुआ है. उसे डर सता रहा है कि जिन लोग कल्याण योजनाओं
से मोदी ने आम जनता की कठिनाइयों को कम किया है उससे पार पाना मुश्किल है. यही
कारण है कि वह देश को जातियों संप्रदायों और धर्मों के आधार पर बांटकर अपने जीत के
लक्ष्य को हासिल करना चाहता है. जिस कांग्रेस ने भी देश की आजादी के बाद गरीबी
हटाओ का नारा दिया वह केवल नारा बनकर रह गया. किंतु मोदी ने व्यवहारिक धरातल पर
काम कर गरीबों के हित में कई बड़े काम किए.
प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से देश के हर
कोने में गरीबों के लिए सिर पर छत मुहैया कराई. उज्ज्वला योजना के माध्यम से गरीबों
को गैस कनेक्शन देने का ऐसा काम किया जिस
पर आजादी के बाद किसी राजनीतिक दल ने नहीं सोचा. स्वच्छ भारत मिशन और देश के हर
कोने में हर व्यक्ति के घर को बिजली से रोशन करने का काम मोदी की जन कल्याण सोच का
परिणाम है. 4 साल पहले तक देश का हर एलपीजी उपभोक्ता गैस की टंकी ब्लैक में
खरीदने को मजबूर था. गैस एजेंसियों पर उपभोक्ताओं को अपना काम छोड़कर लाइन में
खड़े होना पड़ता था. आज हर व्यक्ति को एलपीजी
घर पर उपलब्ध हो रही है. ब्लैक मार्केटिंग पर पूरी तरह अंकुश लग गया है. सब्सिडी
खातों में पहुंच रही है. जनता को यह बात अच्छी तरह समझ आ रही है. लगभग एक करोड़ लोगों
ने स्वैच्छिक रूप से सब्सिडी छोड़कर मोदी का साथ दिया. क्या यह उपलब्धि नहीं है.
मोदी ने देश की जनता में वह विश्वास पैदा किया
जो साठ सालों के अपने शासनकाल में कांग्रेस कभी पैदा नहीं कर सकी. मोदी
एक दृढ़प्रतिज्ञ और कठोर निर्णय लेने वाले नेता हैं. वे तुष्टिकरण करने वाले नहीं
है. कांग्रेस ने जहां एक ओर देश में मुस्लिम तुष्टिकरण कर अपनी सत्ता को अक्षुण्ण
बनाने का काम किया वहीं मोदी ने मुसलमानों के आधे हिस्से को नाराज़ कर मुस्लिम
महिलाओं के हितों को संरक्षण देने के लिए कठोरतम निर्णय लिया. तीन तलाक जैसे
मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं में सुरक्षा की भावना को जागृत किया. कांग्रेस ने पिछले
4 सालों में डर की
राजनीति की तो वहीं मोदी ने विकास की राजनीति की. कांग्रेस ने दलितों और मुसलमानों
को डराने का काम किया तो मोदी ने उनके कल्याण के लिए काम किए. देश के किसान जानते
हैं कि खेतों में यूरिया के लिए उन्हें कितना परेशान होना पड़ता था. यूरिया की
कालाबाजारी पर प्रतिबंध नीम कोटेड यूरिया बनाकर किया गया. आज देश का किसान आसानी
से यूरिया प्राप्त करता है. मोदी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से
किसानों को प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान से सुरक्षित किया. बीते 4 सालों में मोदी
सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन कर यूपीए को आइना दिखाया. हालांकि कांग्रेस सहित
विपक्षी दल आरोप लगाते हैं लेकिन वे सब बिना प्रमाण के. विपक्ष नीरव मोदी मेहुल
चौकसी और विजय माल्या जैसे आर्थिक अपराधियों के बारे में मोदी सरकार पर आरोप लगाता
है लेकिन सच्चाई यही है कि इन्हें यूपीए शासनकाल में ही लोन दिए गए. कांग्रेस
राफेल विमान सौदों पर उंगली उठाती है पर प्रमाण देने पर चुप्पी साध लेती है.
सच्चाई तो यह है कि विपक्षी दल आज एक झूठ को सौ बार बोलकर सच बनाने में जुटे हैं
लेकिन नहीं लगता क्योंकि यह चतुराई 2019 में उन्हें जीत दिला सके.
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