शुक्रवार, 22 दिसंबर 2017

मोदी से माफी की मांग करना तर्कसंगत नहीं

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

संसद के पहले 4 दिन दोनों सदनों की कार्यवाही ठप्प रही. कांग्रेस जो संख्या की दृष्टि से सबसे कमजोर लेकिन सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के लिहाज से प्रमुख विपक्षी पार्टी है, इस बात पर संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही थी कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान किया. वस्तुतः प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी सभा में यह कहा था कि कांग्रेस पाकिस्तान से मिलकर साजिश कर रही है. असल में यह सब घटनाक्रम ऐसे समय में आया जब गुजरात चुनावों के बीच कांग्रेस ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री कसूरी और पाक उच्चायुक्त के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और भारत के एक पूर्व सेनाध्यक्ष सहित लगभग 19

सोमवार, 18 दिसंबर 2017

गुजरात की यह जीत भाजपा के लिए आसान नहीं रही

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

इसमें कोई शक नहीं कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है. हिमाचल प्रदेश का चुनावी ट्रेंड हमेशा से बदल बदल कर पार्टियों को सत्ता सौंपने का रहा है और पिछले 5 साल तक क्योंकि कांग्रेस वहाँ सत्ता में थी इसलिए पूर्वानुमान था कि इस बार भाजपा बड़े अंतर से प्रदेश में सरकार बनाएगी और यह पूर्वानुमान सच साबित हुआ. भाजपा ने 68 सीटों वाली विधानसभा में 44 सीटों पर  जीत दर्ज कर दो  तिहाई बहुमत प्राप्त कर लिया और इसी के साथ एक और राज्य कांग्रेस से छीन लिया.

मंगलवार, 12 दिसंबर 2017

गुजरात के चुनाव कांग्रेस की अग्निपरीक्षा हैं...

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

राजनीति का मुख्य लक्ष्य सत्ता प्राप्ति ही होता है इसमें कोई संदेह नहीं. लेकिन सत्ता देना या ना देना जनता के हाथ में ही होता है. 2014 में जब से प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सत्ता संभाली है तब से विरोधी दलों की सत्ता प्राप्त करने की उत्कट अभिलाषा किसी से छिपी नहीं है. यही कारण है कि विरोधी दल जब तब प्रधानमंत्री मोदी को गैर मुनासिब मुद्दों पर घेरने की कोशिश करते रहे हैं, यह देश की जनता अच्छी तरह जानती है. कांग्रेस और अन्य मोदी विरोधी दल वस्तुतः किसी ऐसे मुद्दे की तलाश में है जिस पर वे मोदी को पटकनी देकर पुनः अपने वर्चस्व को प्राप्त कर सकें. लेकिन उन्हें आज तक ऐसा ठोस मुद्दा

मंगलवार, 5 दिसंबर 2017

पाकिस्तान में अब आतंकी उतरेगा सियासत के मैदान में

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

पाकिस्तान यदि यह कहता है कि वह आतंकवाद से खुद पीड़ित है तो इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है किंतु इससे भी बड़ी सच्चाई यह है कि वह आतंकवाद का प्रायोजक देश है. उसके अपने घर में जैश और लश्कर जैसे आतंकवादी संगठन बड़ी सिद्दत के साथ फलफूल रहे हैं, जिनका उपयोग वह भारत के कश्मीर में दहशत फ़ैलाने में विगत अनेक  वर्षों से करता आ रहा है. पाकिस्तान स्वयं को आतंकवादी पीड़ित कहकर कतिपय देशों की जितनी सहानभूति बटोरता है उससे कहीं अधिक वह आतंकी गतिविधियों को अंजाम देकर खो देता है. असल में

शुक्रवार, 1 दिसंबर 2017

दो नावों की सवारी के फेर में फंस गई कांग्रेस

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

यह बात तो मानना ही पड़ेगी कि आज स्वतंत्रता के 70 सालों के इतिहास में देश में हिंदू और हिंदुत्व को अपने असली और महत्वपूर्ण मुकाम पर पहुंचाने का काम यदि किसी राजनीतिक दल ने किया तो वह भारतीय जनता पार्टी ही है. आज हिंदुओं को अपनी शक्ति का एहसास हुआ है. वर्षों तक हाथ पर हाथ धरे बैठा हिंदू आज इतना प्रासंगिक हो जाएगा किसी ने सोचा भी नहीं होगा. 2014 के चुनावों  में हिंदुओं को अपनी शक्ति का पहली बार अहसास हुआ. उसे मालूम पड़ा कि उसके एक वोट की अहमियत क्या है. उसे मालूम पड़ा कि वह देश में जिसे चाहे सत्ता सौंप सकती है और जिसे चाहे सड़क पर ला सकती है.

बुधवार, 29 नवंबर 2017

विरोधियों की आंख की किरकिरी बन गए हैं मोदी

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

जब पूरी दुनिया में भारत के प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता शिखर पर है, जब  विदेशी राजनेता प्रधानमंत्री मोदी की उनके भारत की प्रगति में योगदान की सराहना करते हैं, जब अमेरिका, रूस, फ्रांस, इंग्लैंड और इजराइल जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्ष मोदी को आगे बढ़ कर सम्मान देते हैं, जब इवांका ट्रंप भारत में आकर मोदी के बारे में खुले मन से मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें भारत को एक संपन्न अर्थ व्यवस्था बनाने तथा दुनिया के लिए आशा का प्रतीक बताते हुए कहती हैं कि आपने (मोदी ने) जो हासिल किया वह वाकई असाधारण है. बचपन में चाय बेचने से लेकर भारत के प्रधानमंत्री चुने जाने तक आपके सफर ने साबित किया है कि बदलाव मुमकिन है’, जब इवांका ट्रंप यह भी कहती हैं कि 

शनिवार, 25 नवंबर 2017

भगवान भी नहीं बचा सकता कांग्रेस को इस हाराकीरी से

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

अंग्रेजी में एक कहावत है कि एवरी मैन कमिट्स मिस्टेक, बट फूल्स रिपीट देम’   अर्थात गलतियां हर आदमी करता है किंतु मूर्ख गलतियां दोहराते हैं. आज कांग्रेस भी उस मूर्ख व्यक्ति की तरह ही है जिसने एक बार गलती करने के बाद फिर से गलती को दोहरा दिया है. कौन नहीं जानता 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान बड़बोले मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस की लुटिया डुबाने में हिमालयी गलती की थी. वे तब एक ऐसे भविष्यवक्ता बन गए थे जिसे भविष्य क्या होता है यही नहीं मालूम था. तब उन्होंने कहा था इस सदी में (नरेंद्र मोदी) एक चाय वाला प्रधानमंत्री नहीं बन सकता. नहीं बन सकता वाक्य को

बुधवार, 22 नवंबर 2017

आतंकियों के जनाजे निकालने पर बैन लगाया जाए

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

इसमें अब कोई शक नहीं रह गया कि कश्मीर के सभी सियासी दल चाहे वह पीडीपी हो या  नेशनल कांफ्रेंस, कश्मीर के अवाम की चिंता नहीं कर रहे. इन सियासी दलों का यही एक मकसद है कि ऐनकेन प्रकारेण वह सत्ता सुख को भोगते रहें. जो सत्ता में हो होते हैं वे दबी  जुबान से पाकिस्तान की तरफदारी करते हैं और जो विपक्ष में होते हैं वे खुली जुबान से पाकिस्तान का समर्थन करते हैं. चाहे मरहूम मुफ्ती मोहम्मद सईद हों या महबूबा मुफ्ती, चाहे फारुख हों या उमर अब्दुल्ला, ये सारे के सारे नेता कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग तब तक मानते हैं जब तक यह सत्ता में होते हैं और जैसे ही ये सत्ता से बेदखल होते हैं वैसे ही पाकिस्तान की कश्मीर की आजादी की मांग का समर्थन करने

शनिवार, 18 नवंबर 2017

हर एक गुजराती की प्रतिष्ठा लगी है दांव पर

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया


गुजरात विधानसभा के चुनाव देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं. जहां एक और भाजपा अपने गढ़ को बचाए रखने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है. वैसे देखा जाए तो यह सामान्य निष्कर्ष है कि जिस राज्य का व्यक्ति (नरेंद्र मोदी) देश का प्रधानमंत्री है और जिसने दुनिया भर में भारत को प्रतिष्ठा दिलाने में अपना सर्वोत्तम दिया है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित मुकाम बनाया है और जो खुद गुजराती है उसे गुजरात की जनता किसी भी स्थिति में पराजय नहीं देगी.

सोमवार, 13 नवंबर 2017

एक और पाकिस्तान भक्त पैदा हो गया देश में !

डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन कश्मीर से यह खबर ना आए कि वहां आतंकियों को खोजने में सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू न किया हो. हर दिन पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराता है और भारतीय सेना उन्हें खोज कर जन्नत पहुंचाती है. यह सिलसिला कमोवेश 30 सालों से जारी है. सैकड़ों भारतीय सैनिक इसमें अब तक शहीद हो चुके हैं किन्तु समस्या का समाधान अब तक नहीं निकला है और कब निकलेगा कहा नहीं जा सकता. असल में यह समस्या 1947 से तब से ही बनी हुई है जब देश के दो टुकड़े हुए थे. और यह समस्या तब और ज्यादा बड़ी होती चली गई जब पाकिस्तान को 1965, 1972 और कारगिल युद्ध में हार का सामना करना पड़ा. एक कमजोर देश पाकिस्तान के सामने हार का बदला लेने का इससे बेहतर रास्ता कोई नहीं मिला कि वह कश्मीर को अशांत बनाए रखे, उसकी आजादी की मांग

बुधवार, 8 नवंबर 2017

नोटबंदी और कुछ भी हो लेकिन संगठित लूट तो कतई नहीं है ..


Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया


नवंबर का दिन तब तक याद रखा जाएगा जब तक देश में दूसरी नोटबंदी नहीं होगी. पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक और दूरगामी सोच के साथ 500 और 1000 के नोटों के चलन पर रोक लगा दी थी जिसकी देश में किसी भी व्यक्ति, किसी भी राजनीतिक दल और यहां तक कि किसी अर्थशास्त्री को सपने में भी उम्मीद नहीं थी. निसंदेह उसके बाद देशभर में अफरा-तफरी मची. बैंक में नोट बदलवाने के लिए हजारों लोगों की लाइन में लगी आम आदमी परेशान हुआ लगभग. एक  महीने से अधिक समय तक लोगों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में कठिनाई भी हुई. लेकिन 2016 से 2017 के इस एक साल में देश के विपक्ष की लाख कोशिशों के बाद भी देश की सवा सौ करोड़ जनता प्रधानमंत्री के इस

सोमवार, 6 नवंबर 2017

जब आतंक का कोई धर्म नहीं होता तब भगवा आतंकवाद कैसे?


Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया


वर्तमान भारत की राजनीति में विवादित बयानों की जैसे बहार आ गई है. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों ही ओर से विवादित बयानों की झड़ी लगी रहती है. मणिशंकर अय्यर, पी चिदंबरम, हामिद अंसारी, संदीप दीक्षित, मनीष तिवारी, दिग्विजय सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति, गिरिराज सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा आदि राज नेताओं के विवादित बयान हमेशा सुर्खियों में रहते रहे हैं. सुधी पाठक अच्छी तरह से जानते हैं कि जब राजनेताओं को जनता में अपने होने का आभास कराना होता है तब वे विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरते हैं.

गुरुवार, 2 नवंबर 2017

कांग्रेस विरोध का एक और मुद्दा


Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया


इस देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य यही है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश को तोड़ने वाले लोगों को भी अभय दान मिल जाता है. जेएनयू दिल्ली में पिछले वर्ष उमर खालिद और कन्हैया कुमार ने भारत तेरे टुकड़े होंगे- इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह, कश्मीर की आजादी तक -जंग रहेगी जंग रहेगी और अफजल हम शर्मिंदा हैं -तेरे कातिल जिंदा हैं जैसे नारे लगाकर यह स्पष्ट कर दिया था की इन जैसी वैचारिक सोच वाले लोग न केवल देश की एकता और अखंडता को चोट पहुंचा रहे हैं बल्कि ये लोग देश के टुकड़े करने और कश्मीर की आजादी के नाम पर पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, जो राज्य की कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने के लिए काफी है. क्योंकि ये और इनके साथी विश्वविद्यालय में ऐसा

शनिवार, 28 अक्तूबर 2017

अब नहीं चलेगी पत्थर मारो और भाग जाओ की सियासत

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

भारत का कश्मीर जो कभी जन्नत हुआ करता था विगत 30 सालों से जल रहा है और कब तक जलेगा कहा नहीं जा सकता. हालांकि यह कहना उचित नहीं होगा कि विगत सालों में कश्मीर में कोई बड़ा बदलाव आया है लेकिन इतना तो कहा ही जा सकता है कि मोदी सरकार के आने के बाद कश्मीर के दुश्मनों में हड़कंप मच गया है. यह सही है कि कश्मीर की समस्या का समाधान गोलियों से नहीं होगा किंतु यह भी उतना ही सही है कि कश्मीरी गद्दारों को लाल कालीन बिछाकर भी समस्या का समाधान नहीं होगा. विगत स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भाषण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सही कहा था कि कश्मीर की समस्या का समाधान न गोलियों से होगा और ना गालियों से बल्कि कश्मीरियों को

मंगलवार, 24 अक्तूबर 2017

गुजरात की जनता मोदी को नजरअंदाज करेगी संभव ही नहीं

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

इसमें कोई शक नहीं कि पंजाब के गुरदासपुर में भारी बहुमत से कांग्रेस की जीत ने उसमें काफी ऊर्जा का संचार किया है जिससे उत्साहित होकर वह गुजरात में पिछले महीने से जी तोड़ और जोड़ तोड़ की राजनीतिक मेहनत कर रही है. गुजरात के चुनाव जितने कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं उससे कहीं अधिक भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के लिए महत्वपूर्ण हैं. एक तरफ कांग्रेस को कुछ खोने का इतना डर नहीं जितना पाने की अभिलाषा है तो दूसरी तरफ भाजपा और मोदी को गुजरात में अपना वर्चस्व बनाए रखने की ज्यादा चिंता होगी. निश्चित रूप से गुजरात चुनाव देश के दोनों प्रमुख दलों के लिए अति महत्वपूर्ण हैं. जहां एक ओर भाजपा को ये  चुनाव मोदी की साख को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय

रविवार, 15 अक्तूबर 2017

रोहिंग्या मुसलमान के समर्थन करने वाले देश के हितेषी नहीं हो सकते


Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया


पिछले कई दिनों से देश में अवैध रूप से घुसपैठ कर रहे और कर चुके रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति देश की सेक्युलर जमात जिनमें कांग्रेस, वामपंथी और कई मोदी विरोधी दल और अधिकांश मुल्ले मौलवियों में उदारता उपज आई है. उन मुसलमानों के प्रति जो देश के नहीं हैं और जो म्यानमार में बौद्धों के कत्लेआम के जिम्मेदार हैं के प्रति मानवाधिकारों के पैरोकार देश की सुरक्षा के साथ ही समझौता करने को तैयार हैं. यही नहीं इन रोहिंग्या मुसलमानों की सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने के लिए मोदी विरोधी सियासती वकीलों की फौज खड़ी है. रोहिंग्या मुसलमानों की पैरवी करने में प्रशांत भूषण, राजीव धवन, फली नरीमन, कपिल सिब्बल और अश्विनी कुमार जैसे लोग बिना इस बात की परवाह किए कि इन

शनिवार, 14 अक्तूबर 2017

मोदी की कूटनीति से पस्त पाकिस्तान और चीन

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

भले ही पाकिस्तान को अभी आतंकवादी देश घोषित न किया गया हो किंतु यह एक सच्चाई है कि भारत ने उसकी  विश्व समुदाय में अघोषित आतंकवादी देश के रूप में पहचान बनाने में सफलता पाई है. सही मायने में पाकिस्तान आतंकवादियों की पुख्ता गिरफ्त में है उसके पास इन से पीछा छुड़ाने की कोई युक्ति भी नहीं है और ना वह कश्मीर मुद्दे के कारण इसे छोड़ना ही चाहता है. 1965, 1971 और कारगिल युद्ध में शिकस्त खाने के बाद पाकिस्तान यह अच्छी तरह समझता है कि वह भारत से युद्ध के मैदान में कभी नहीं जीत सकता यही कारण है कि उसके पास केवल भारत में आतंकवाद फैलाने का विकल्प शेष बचा है. वह केवल इस्लाम के नाम पर कश्मीरियों को बरगलाते हुए भारत के सामने समस्याएं खड़ी करने में ही अपना भला समझता है. पाकिस्तान अपने जन्म से लेकर आज तक ऐसी कोई

ये अच्छे दिन नहीं तो कैसे होते हैं अच्छे दिन

Dr. Hari Krishna Barodiya
डॉ. हरिकृष्ण बड़ोदिया

कभी संसद में 2 सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी आज 282 सीटों और अपने सहयोगी दलों के साथ सत्ता में है. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों हुआ. निश्चित ही सोचा होगा तभी देशवासियों ने भाजपा के पक्ष में 2014 में मतदान किया होगा और यही कारण है कि वह आज सत्ता में है. विगत 3 सालों में भाजपा ने देशहित के कामों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विकास को महत्व दिया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत देश होने की छवि बनाई. दुनियाभर में पाक प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब किया. काले धन पर नकेल